St के परिलाभ हेतु नायक समाज का प्रतिनिधिमण्डल मंत्री अविनाश गहलोत से मिला

 St के परिलाभ हेतु नायक समाज का प्रतिनिधिमण्डल मंत्री अविनाश गहलोत से मिला 


जयपुर 

नायक समाज का एक प्रतिनिधिमण्डल शनिवार को राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत से उनके सिविल लाईन्स स्थित निवास स्थान पर मिला। अखिल राजस्थान नायक भील महासभा की ओर से (ST) के मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि नायक समाज को राजस्थान की अनुसूचित जनजाति की सूची में कमांक 10 पर 29 नवम्बर, 1979 के गजट नोटिफिकेशन के तहत अनुसूचित जनजाति (ST) में माना है। इसके अलावा 1931 की जनगणना में भी नायक समाज को जनजाति में दर्शाया गया है। इसके अलावा 1950 के गजट नोटिफिकेशन में भी नायक समाज को जनजाति की सूची में रखा गया है। इसके बावजूद भी राजस्व अधिकारी नायक समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) का जाति प्रमाण पत्र नहीं दे रहे हैं। मंत्री से प्रतिनिधिमण्डल ने मांग की है कि सम्पूर्ण राजस्थान में नायक समाज को जनजाति (ST) के जाति प्रमाण पत्र दिये जावें एवं राजस्थान सरकार के ई-पोर्टल पर नायक की जगह नायका कर रखा है उसको दुरूस्त करके नायक का शुद्धिकरण किया जावे। इसके अलावा राजस्थान सरकार के 24.02. 1964 के आदेशानुसार नायक जाति विमुक्त जनजाति की सूचि (II) में है लेकिन वर्तमान में ई-पोर्टल पर नायक के स्थान पर नाईक कर दिया है। जिससे सम्पूर्ण राजस्थान का नायक समाज विमुक्त जनजाति (DT) के परिलाभ से वंचित हो गया है। इसके अलावा माननीय मंत्री महोदय से मांग की गयी है कि 2025 में जो आगामी जनगणना सरकार कराने जा रही है उसमें नायक समाज की जनगणना जनजाति वर्ग में करवाये जाने की मांग की है। इन सारे मुद्दों पर माननीय मंत्री महोदय से वार्तालाप हुई और उन्होंने कहा है कि हम नायक समाज की समस्या का जल्द ही समाधान करेंगे।इस दौरान  अखिल राजस्थान नायक (भील) महासभा के प्रदेश मुख्य महासचिव किशनलाल नायक झुंझुनू श्यामलाल नायक खेडा मामावास दिलीप नायक विराटियां कलां प्रहलाद नायक निमेढा खुर्द महेन्द्र नायक दयालपुरा, लक्ष्मणसिंह नायक काली कांकर   मेसियां  सरपंच ममता देवी  राकेश नायक खारडी पाली सहित नायक समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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